घर के पालतू जानवर घर के सदस्य होते हे और अगर उन्हें कोई भी परेशानी होती हे तो घर में परेशानी का माहौल बन जाता हे | जिनसे हम प्यार करे और जो बिना कोई शर्त के बेपनाह प्यार करें, अगर उसे कुछ भी परेशानी तो तो दिल बेचैन हो जाता हे, आजकल ये देखा जा रहा हे की घर के पालतू कुत्ते, पार्वो वायरस से संक्रमित हो जा रहें  हे  | ये वायरस कुत्तो के लिए बहुत ही ज्यादा खतरनाक होता हे और इससे उनके स्वस्थ पे बहुत बुरा असर पड़ता हे और कई बार इस वायरस की वजह से उनकी मृत्यु भी हो जाती हे |
हालांकि बड़े कुत्तो को इससे ज्यादा खतरा नहीं होता हे परन्तु छोटे कुत्तें ( कुत्तो के बच्चे) इससे जल्दी संक्रमित हो जाते हे और उनके स्वास्थ पे इसका बहुत ही दुष्प्रभाव होता हे| उदाहरण के तौर पे (1-6) महीने के कुत्तो को पार्वो वायरस से संक्रमित होने का खतरा सबसे ज्यादा होता हे |
हमने नीचे इस बिमारी की पूरी जानकारी, इसके लक्षण और  इस बिमारी से बचाव के बारें में संक्षिप्त में बताया हुआ हे:

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विषयसूची (Table of Contents):

पार्वो वायरस होता क्या हे?

CPV (कैनाइन पर्वो वायरस) को सामान्यता पर्वो कहा जाता हे, यह एक खतरनाक वायरस हे जो कुत्तों को होता हैं | लेकिन घबराने की बात नहीं हे, इसकी रोकथाम और उपचार के लिए वेक्सिनेशन (टीकाकरण) भी उपलब्ध हे | सन 1967 में इसका पता चला और ये बहुत जल्दी एक गंभीर समस्या बन गयी कुत्तों के स्वास्थय के लिए, क्यूंकि ये बहुत लम्बे समय तक वातावरण में रह सकता हे और बहुत बड़ी संख्या में कुत्तों को संक्रमित करता हे!
ये वायरस बहुत ही संक्रामक हे इसलिए पार्वो वैक्सीन इसका उपचार हे | इस वैक्सीन से कुत्तों को पार्वो होने का खतरा बिलकुल न के बराबर होता हे|

कुत्तों को पार्वो क्यों होता हे?  (Parvo Causes)

पार्वो वायरस अविश्वसनीय रूप से बहुत ही संक्रामक बीमारी है जो जल्दी और कुत्तों में फैलती है। ये वायरस हवा में नहीं होता हे बल्कि ये पर्यावरण के भीतर कई सतहों पर पाया जा सकता है।  कुत्तों को पार्वो होने का कुछ कारण यह भी हे, की वे किसी दूसरे संक्रमित कुत्ते के दूषित मल के संपर्क में आते हे, इसके अलावा ये वायरस केनेल की सतहों पर, लोगों के हाथों पर या दूषित लोगों के कपड़ों पर भी रह सकता है।
कुत्ते इसे अपने फर या पंजे पर भी ले जा सकते हैं यदि वे दूषित मल सामग्री के संपर्क में आते हैं, यह एक तरीके से एक कुत्ते से दूसरे कुत्ते को आसानी से फेल जाता हे| जैसा की हमने ऊपर बताया हे की बड़े कुत्तों मतलब एडल्ट कुत्तों को ये पार्वो वायरस ज्यादातर संक्रमित नहीं करता परन्तु उनसे छोटे पालतू कुत्तों को संक्रमण होना का खतरा हो सकता हे|

क्या कुत्तो से पार्वो हमें हो सकता हे?

घबराइए मत, कुत्तो से इंसानो को पार्वो वायरस नहीं फैलता हे | इंसानो का अपना वायरस का संस्करण है, इसलिए हमे कुत्तो से और कुत्तो मो हमसे पार्वो वायरस नहीं हो सकता | परन्तु तब  भी हमे सावधानी बरतना महत्वपूर्ण है क्यूंकि वायरस आपके हाथों या आपके द्वारा पहने जाने वाले कपड़ों के माध्यम से दूसरे कुत्ते में फैल सकता है। इसलिए आप ध्यान दे की अगर अपने कुत्ते की देखभाल कर रहे हे तो अपने हाथ सही से साफ़ करें और अपने कपडे बदल ले उसको देखभाल करने के बाद|

कुत्तों में पार्वो बीमारी के लक्षण (Parvovirus Symptoms)

अगर हमारा पालतू कुत्ता पार्वो से संक्रमित होता हे तो उसके लक्षण हमे तीन से सात दिनों के भीतर दिखना शुरू हो जाते हैं। लक्षण  जैसे की वो खाना नहीं चाहेगा, सुस्त सुस्त दिखाई देगा और उसे बुखार भी रहेगा| जैसे-जैसे वायरस का असर बढ़ता है, कुत्तो को गंभीर समस्या जैसे की उल्टी और दस्त भी होने लगते हे, जिसकी वजह से उनके शरीर में पानी की बहुत कमी हो जाती हे, दिल की दध्कन भी काफी तेज़ होने लगती हे और जब वायरस का असर बढ़ता हे तो छोटे कुत्ते अपने हाथ पर दाल देते हे मतलब बिलकुल डाउन हो जाते हे|

कुत्तो का पार्वो बीमारी से बचाव (Parvovirus Treatment)

कुत्तो के पार्वो वायरस का घरेलु कोई उपचार नहीं हे|  पैरोवायरस का कोई इलाज नहीं है, इसलिए उपचार कुत्ते के बेबी को को सहारा देने के इर्द-गिर्द घूमता है ताकि उनका शरीर वायरस से लड़ सके।
अगर कुत्ते में पार्वो के लक्षण दीखते हे तो उसको तुरंत डॉक्टर को दिखाए और अगर तबियत ज्यादा ख़राब हे तो उसको जानवरो के अस्पताल में एडमिट करना सही रहता हे जिससे की उसका वह पर सही उपचार हो सके| आमतौर पर पार्वो में कुत्ते 5-7 दिन अस्पताल में रहते हे और यह लक्षणों की गंभीरता के आधार पर भिन्न होता है|
आमतौर में कुत्तो खाना पीना बिलकुल बंद कर देते हे पार्वो होने पर, तो डॉक्टर उन्हें ग्लूकोस (तरल फॉर्म में ) भी चढ़ाते हे (चमड़ी के जरिये ) जिससे उनके खाने पीने के बराबर एनर्जी मिलती रहे| डॉक्टर की सलाह ले समय पर दवाई दे और डॉक्टर के पास ले जाकर जो भी जरुरी तरल पदार्थ कुत्तो को चमड़ी के जरिये देने हे, डॉक्टर से ही दिलवाये|

कुत्तो को पार्वो होने से कैसे बचाएं?

1. अपने पालतू कुत्तो को आवारा कुत्तो से अलग व् बचा के रखे, जब भी उन्हें टहलाने या फिर घूमने लेकर जाये तो ध्यान दे की तो आवारा कुत्तो, सड़क के कुत्तो से न मिले और दूर रहे| उनको केवल उन कुत्तो से मिलने दे जो पूरी तरह से वक्सीनेटेड हे |
2.  हमे ध्यान देना चाहिए की हमारे डॉग तो समय पर वैक्सीन लगी हो , कुछ कंबाइन वैक्सीन आती हे  जिनको इन नामो से जाना जाता हे जैसे की डीएचपीपी, डीएपीपी, डीए2पीपी, डीएचएलपीपी, आदि। इस टीके को एक मुख्य टीका माना जाता है और इसे हर तीन से चार सप्ताह में 6 सप्ताह से कम से कम 16 सप्ताह की आयु में दिया जाना चाहिए।
हम आशा करते हे की कुत्तो में होने वाले पार्वो वायरस संक्रमण से सम्बंधित उपरोक्त जानकारी (Parvovirus symtoms, parvovirus treatment, parvo causes) आपके काम आएगी और आप अपने डॉग को समय पर वैक्सीन लगवाएंगे|